ठहाके
रविवार, 21 फ़रवरी 2016
दुर्योधन ,दुर्योधन से लड़ रहा
सत्ता के लिए दुर्योधन ,दुर्योधन से लड़ रहा
तू बड़ा की मैं बड़ा
द्रोपदी के चीर हरण के लिए
दुःशासन हर चौराहे
हर
गली
पर खड़ा ,
जाति धर्म के पासे अनगिनत शकुनी
पूरी कुटिलता से फेक रहे है,
ध्रतराष्ट्र की सभा में भी हम मौन थे
हम आज भी सिर्फ , तमसा देख रहे है
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