सोमवार, 29 जुलाई 2019

परम्परा


जवानी की दहलीज में
रखा था हमने कदम
पहली बार पी थे
दोस्तों के साथ रम 

नशे में टुन्न
हम घर आये
दरवाजा खोलो
कस कर चिल्लाये

आँख मिचमिचाते
बापू ने दरवाजा खोला
गिरते पड़ते
हमने  सॉरी बोला

कस कर उन्होंने
मेरे गाल पर  तमाचा जड़ा
पाकिस्तान अर्थव्यवस्था की तरह
मैं नहीं रह पाया
अपने पैरो पर खड़ा

मुझ पर चिल्लाये 


तेरे परदादा ठर्रा पीते थे 
तेरे दादा जी ने भी परम्परा निभाई 
तू अंग्रेजी पीकर चला आया
तुझको जरा सी भी शर्म नहीं आयी

बुधवार, 24 जुलाई 2019

काला कुत्ता

पंडित जी ने दिया
हमको ज्ञान
मिलेगी सफलता
बनोगे धनवान

हर शनिवार 
काले कुत्ते को
खिलाओ पकवान
 

इस शनिवार
मंदिर मस्जिद
हर गली  मोहल्ले में
हमने खोज डाला
नहीं मिला एक भी
कुत्ता काला
 

मैंने अपनी परेशानी
पंडित जी को बताई
कहने लगे ,
मत हो परेशान
मेरे भाई
 

इस समस्या का
मेरे पास है निदान
पुलिस  वकील
और नेता  भी
फल देते है
काले कुत्ते के  सामान

सोमवार, 15 जुलाई 2019

भैंसिया



मेरी आँखों के सामने
गजब का  दृश्य चल रहा था
महीनो से ना नहाया हुआ व्यक्ति
शैम्पू से ,अपनी  भैंसिया को
रगड़ रगड़ कर  मल रहा था 
मैंने कहा , भाई
घिसाई की उससे ज्यादा तो
तुमको जरूरत  है
वो तो खुद अपने आप में
सुंदरता की मूरत है 


इतना ज्यादा रगड़ोगे तो
हाथ से निकल जाएगी
फेसबुक और ट्विटर छोड़कर
क्या तबेले में टाइम दे पायेगी

रविवार, 14 जुलाई 2019

चलन से बाहर है


उसमे

बहुत अकड़ थी

ऊपर से ले कर 

नीचे तक

उसकी पकड़ थी

क्या अमीर

क्या फ़कीर

उसके आगे

सब झुक जाते थे

भगवान् है

लोग बताते थे

क्या बुरा क्या भला

किया हर काम

कभी अल्लाह बना

कभी बना राम

पर आज

कोई नहीं

उसका यार है

क्योंकि वो 

चलन से बाहर है

बुधवार, 10 जुलाई 2019

सरकारी काम

सालो पहले मरे आदमी को
किया सरकार ने फैक्स
जल्द से जल्द जमा करायें
अपना बकाया टैक्स

समय पर जमा ना करने पर
होगी कानूनी कार्यवाही
ब्याज के साथ चुकानी पड़ेगी
आपको पाई पाई

डर के मारे वो काँप गया
पढ़ सरकारी फ़रमान
मरे हुए इन्सान मे
आ गई फिर से  जान

जवाबी कार्यवाही करते हुए
उसने लिया एक्शन
सरकार को भेज दिया
लिखकर अपना रिएक्शन

मेरा आना नामुनकिन है
मेरे ऊपर एक एहसान कीजिये
किसी भी सरकारी आदमी को 
बकाया पेमेंट लेने के लिए
मेरे पास भेज दीजिये

शनिवार, 6 जुलाई 2019

बचे खुचे बाल

मेरे सर के
बचे खुचे बाल
कर रहे,
कल से बबाल
बोल रहे ,
क्यों हमको
बचाने पर अड़े हो
रोज नया एक्सपेरिमेंट
क्यों पीछे पड़े हो
गिरजाने दो या तोड़ दो
प्लीज हमें छोड़ दो