उसमे
बहुत
अकड़ थी
ऊपर
से ले कर
नीचे
तक
उसकी
पकड़ थी
क्या
अमीर
क्या
फ़कीर
उसके
आगे
सब
झुक जाते थे
भगवान्
है
लोग
बताते थे
क्या
बुरा क्या भला
किया
हर काम
कभी
अल्लाह बना
कभी
बना राम
पर
आज
कोई
नहीं
उसका यार है
क्योंकि
वो
चलन से बाहर है
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