ठहाके
शुक्रवार, 13 सितंबर 2019
बिंदास लिखता हूँ
हास्य लिखता हूँ
परिहास लिखता हूँ
जीवन का हर रंग
मैं ख़ास लिखता हूँ
लोटपोट हो जाओगे
पढ़ कवितायें
मेरी
लिखता हूँ जब
तब बिंदास लिखता हूँ ....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें