पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम
थोड़ा जादा
थोड़ा कम
पर बारिश में
भीगे हम
बजा रहा है
गगन दुदुंभी
और है जारी
जल की सरगम
कोकिल कागा
सभी छुपे है
देख रहे हो
बरखा कम
भीगी बिल्ली
ठिठुर रही
कुत्ता भी है
भौंके कम
सारी धरती
भीग रही है
नदी नालों में
आ गया दम
धूपिल धरा
श्रांत हो उठी
जितनी बारिश
उतनी कम
पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम