शनिवार, 29 जून 2019

बरसात


पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम

थोड़ा जादा
थोड़ा कम
पर बारिश में
भीगे हम 

बजा रहा है
गगन दुदुंभी
और है जारी
जल की सरगम

कोकिल कागा
सभी छुपे है
देख रहे हो
बरखा कम 

भीगी बिल्ली
ठिठुर रही
कुत्ता भी है
भौंके कम

सारी धरती
भीग रही है
नदी नालों में
आ गया दम

धूपिल धरा
श्रांत हो उठी
जितनी बारिश
उतनी कम

पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम

सोमवार, 24 जून 2019

रोटी

कहीं पतली कहीं मोटी रोटी 
कहीं बड़ी कहीं छोटी रोटी 

दूध दही सब साने रोटी 
छोटा बड़ा ना माने रोटी 

गुड़ो की ये खान है रोटी 
कर्म तपस्या दान है रोटी



रविवार, 23 जून 2019

फ़कीर


कौन कहेता है
वो फ़कीर है
हर आदमी अमीर है

इस बात को सिद्ध करने  के लिए
मेरी तरकस में बहुत तीर है

तो जनाब 
अपने अपने
दिलो को लीजिये थाम
हम बताएँगे कैसे आएगा
आपका शरीर आपके काम

दिल दिमाक चमड़ी
सबकी मिलेगी
दमड़ी

आँख नाक कान

सब बिकाऊ सामान

करोड़ो का जिगर

50-60 लाँख के गुर्दे
आप सोच रहे की हम जिन्दा हैं
हम
सब हैं मुर्दे

करोड़ो का माल
शरीर के अंदर हैं
फ़कीर भी जान ले इस बात को
वो भी सिकंदर हैं

शनिवार, 22 जून 2019

लाल सूरज


छोटे से एक बच्चे ने

हमसे किया सवाल

चंदा क्यों है गोरा

सूरज क्यों है लाल


मैंने कहा,


 जाकर ब्यूटी पार्लर 

चंदा को मिला निखार
खर्चा हुआ जब भारी



हुई  सूरज चंदा में तकरार


इसीलिए हमेशा रहते

 सूरज के गाल लाल

चंदा को कोई रोक सके

हे कोई माई के लाल

शुक्रवार, 21 जून 2019

मेरे मित्र ढोलक राम


मेरे मित्र ढोलक राम

पढाई लिखाई मे थे बहुत कमजोर

अंग्रेजी और मैथ पर

कभी नहीं चला उनका जोर 


हिंदी में किसी तरह

पास हो जाते थे

अपनी और देश दोनो की

इज्जत बचाते थे 


ढोलक राम जी को हो गया

कॉलेज की एक लड़की से प्यार

समझ नहीं पा रहे थे

कैसे करे अपने प्यार का इजहार 


इम्प्रेशन ज़माने के लिए

अंग्रेजी लव लेटर का लिया सहारा

लेटर लिखवाने के लिए

करारा  50  का नोट मेरे मुँह में मारा 

हमारे इरादे भी

उनके प्रति थे नेक

लव लेटर लिखते समय

बस हो गई एक मिस्टेक 


लेटर के आखिर में भूलवश

लिख दिया  अपना नाम

उनके हसीन सपनो का

झटके मे कर दिया काम तमाम


बन सकती थी जो  लड़की

उनकी  किस्मत की चाभी

मजबूरी में कह रहे  अब

मेरी बीबी को  भाभी


गीता की कसम

क्या सच हे
पीने के बाद 
इंसान सच बोलता है
दिल में छुपे हर राज को
बिना हिचक के , खोलता है
मत खिलाओ 
किसी को भी
गीता की कसम
पिलाओ दोषी को, जी भर
विह्स्की , बीयर और रम
नशे मे सच
जुवाँन पर आ जायेगा
बेक़सूर  छूट जायेगा
अपराधी सजा पायेगा
गीता का भी , नही होगा
रोज रोज अपमान
बच्चो का भी विश्वास
बना रहेगा
कहीं न कहीं  है भगवान् ।।

तंदूरी चिकन


एक मुर्गा जो जा रहा था कटने
छोटे छोटे टुकड़ो में बटने
फिर भी  मुस्करा रहा था
मस्त रहो,और मुर्गो को समझा रहा था
विष्णु धाम के लिए करने जा रहा प्रस्थान
धर्म के नाम पर कुर्बान मेरी जान
मैंने कहा भाई ,
अपनी ख़ुशी का राज
हमको भी बताओ
बिना कठिन तपस्या विष्णु धाम ,
जरा समझाओ
कहने लगा ,
एक पंडित जी ने
आर्डर किया है चिकन तंदूरी
मुझे चुना गया है
विष्णु धाम और मुझमे बस कुछ ही दूरी

बुधवार, 19 जून 2019

मायके से आ जाओ


ना जली कटी बाते
महीनों से नही चखा बेलन  चिमटे का स्वाद 

नीरस जिंदगी , कैसे  कहूँ
मायके से आ  जाओ,बहुत आ रही हे याद,,

शनिवार, 15 जून 2019

सरकारी नौकरी

मेरे पडोसी की पत्नी
ले रही थी अंतिम सॉस
अपने पति शर्मा जी को
बुलाया अपने पास
कहने लगी,
लड़का हो गया हे बड़ा 
अपने पैरो पर हे खड़ा
जल्दी से करवा देना
उसकी शादी
जिम्मेदारियों से आपको
मिल  जाएगी आजादी
पोते पोतियों के साथ
बीत जायेंगे आपके बचे साल
ऊपर आओगे , तो पूछ लूंगी
बच्चो के हाल चाल
बोल कर निकल गया दम
सबको हुआ गम
शर्मा जी के आखो में थे आँसू
मन में चल रहे थे विचार धांसू 
क्या थे उनके मन मे
हम नहीं  भाप पाए
अखबार में एक दिन 
उनकी तस्वीर देखकर घबराये
तस्वीर के नीचे
बड़े बड़े शब्दों में छपा था
खुल गया था वो पिटारा
जो कुछ महीनो से ढपा था
पचास सॉल के विधुर के लिए
सुन्दर घरवाली चाहिये
आदमी सरकारी नौकरी में सेवारत
कुँवारी हो या तलाकशुदा , चले आइये


शुक्रवार, 14 जून 2019

सरकारी अस्पताल


जनसँख्या नियंत्रण का

प्यारा सा खेल
सरकारी  अस्पताल के आगे

नरक भी फेल 


महीने मे कम से कम

50 हजार लोगो को मारने का  एम 

बहुत ही ज्यादा

सोचा समझा  गेम 
 

मरने बालो की संख्या

अगर कम रह जाती है 

तब सरकार की दूसरी मशीनरी

ये काम निपटाती है

गुरुवार, 13 जून 2019

जुड़वाँ बच्चे

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