शुक्रवार, 21 जून 2019

मेरे मित्र ढोलक राम


मेरे मित्र ढोलक राम

पढाई लिखाई मे थे बहुत कमजोर

अंग्रेजी और मैथ पर

कभी नहीं चला उनका जोर 


हिंदी में किसी तरह

पास हो जाते थे

अपनी और देश दोनो की

इज्जत बचाते थे 


ढोलक राम जी को हो गया

कॉलेज की एक लड़की से प्यार

समझ नहीं पा रहे थे

कैसे करे अपने प्यार का इजहार 


इम्प्रेशन ज़माने के लिए

अंग्रेजी लव लेटर का लिया सहारा

लेटर लिखवाने के लिए

करारा  50  का नोट मेरे मुँह में मारा 

हमारे इरादे भी

उनके प्रति थे नेक

लव लेटर लिखते समय

बस हो गई एक मिस्टेक 


लेटर के आखिर में भूलवश

लिख दिया  अपना नाम

उनके हसीन सपनो का

झटके मे कर दिया काम तमाम


बन सकती थी जो  लड़की

उनकी  किस्मत की चाभी

मजबूरी में कह रहे  अब

मेरी बीबी को  भाभी


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