शनिवार, 29 जून 2019

बरसात


पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम

थोड़ा जादा
थोड़ा कम
पर बारिश में
भीगे हम 

बजा रहा है
गगन दुदुंभी
और है जारी
जल की सरगम

कोकिल कागा
सभी छुपे है
देख रहे हो
बरखा कम 

भीगी बिल्ली
ठिठुर रही
कुत्ता भी है
भौंके कम

सारी धरती
भीग रही है
नदी नालों में
आ गया दम

धूपिल धरा
श्रांत हो उठी
जितनी बारिश
उतनी कम

पानी बरसा
छम छम छम
साथ सभी के
भींगे हम

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