बुधवार, 17 अप्रैल 2019

दो पति


पत्नी  का हाथ 

एक दिन देखा मैंने अपनी पत्नी का हाथ 
उसके हाथ में था दो पतियों का साथ 

मुझ पर तो जैसे बिजली गिर पड़ी 
समस्या थी मेरे लिए बहुत बड़ी 

ये बात जब मैंने अपनी पत्नी को बताई 
उसकी आखो में तो साहब गजब की चमक आयी 

कहने लगी मेरे प्राणनाथ 
देखना छोड़ो मेरा हाथ 

आज से अभी से इस घर पर आपका राज चलेगा 
बहुत नहीं मटका कर लिया पड़ोस की लल्ली भाभी से 

आपका मरना मुझसे ज्यादा तो उनको खलेगा 

बरतन और कपडे आज से मैं धोऊंगी 

आप क्या समझते हो मुझे दुःख नहीं होगा मैं नहीं रोऊंगी 

आज से रोज रोज आपके मन का मैं खाना बनाऊंगी 

कुछ दिन मीठा मीठा बोलना है अपनी जवान को समझाऊंगी 

शादी के बाद से जो जो काम के लिए मैंने आपको रोका है आज से वो वो काम करो
लकिन एक बात बता देती हूँ 
मैं बुढ़ापे में दूसरी शादी नहीं करूंगी मरना है तो जल्दी मरो 
मरना है तो जल्दी मरो 
मरना है तो जल्दी मरो 


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